Monday, April 27, 2015

Good morning friends ..#stuti

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ग्यानघन।
जासु ह्रदय आगार बसहिं राम सर चाप धर॥

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं,।
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं,
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि!!
गोष्पदीकृतवारीशं मशकीकृतराक्षसम्।
रामायणमहामालारत्नं वन्देऽनिलात्मजम्॥

अंजनानंदनं वीरं जानकीशोकनाशनम्।
कपीशमक्षहन्तारं वन्दे लंकाभयङ्करम्॥

महाव्याकरणाम्भोधिमन्थमानसमन्दरम्।
कवयन्तं रामकीर्त्या हनुमन्तमुपास्महे॥

उल्लङ्घ्य सिन्धोः सलिलं सलीलं यः शोकवह्निं जनकात्मजायाः।
आदाय तेनैव ददाह लंकाम नमामि तं प्राञ्जलिराञ्जनेयम्॥

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

आञ्जनेयमतिपाटलाननं काञ्चनाद्रिकमनीयविग्रहम्।
पारिजाततरुमूलवासिनं भावयामि पवमाननन्दनम्॥

यत्र-यत्र रघुनाथकीर्तनं तत्र-तत्र कृतमस्तकाञ्जलिम्।
वाष्पवारिपरिपूर्णलोचनं मारुतिं नमतः राक्षसान्तकम्॥

Saturday, April 25, 2015

Good morning friends..happy sunday ..jokes 98

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एक पेग दारू आपकी जिंदगी के 5 मिनट कम कर देती है

और एक स्माइल आपकी जिंदगी के 10 मिनट बढ़ा देती है

सीख : हंसते-हंसते दारू पियो तो भी 5 मिनट का फायदा ही है।
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Good morning friends..jokes 97

लड़का और लडकी फोन पर
लड़का -खाना खाया ??
लडकी - hmmmm
लड़का -क्या खाया ??
लड़की- क्या हमेशा फ़ालतू सवाल पूछते रहते
हो और कुछ नही हे पूछने के लिए तुम्हारे
पास ?
लड़का -ok, tell me if RBI wants to hold the minimum rate to set the trend of higher repo rate or reverse repo rate & also exceed theN difference of mid rate to invest safely in all kind of market . What shud IT do..??
लड़की- hehehe मैने खिचड़ी खाई । तुमने क्या खाया?
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Friday, April 24, 2015

श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित ।।

श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित !!
श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुवर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि।
《अर्थ》→ शरीर गुरु महाराज के चरण
कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र
करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन
करता हूँ,जो चारों फल धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष
को देने वाला हे।★
•••••••••••••••••••••••••••••
बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरो पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं,हरहु कलेश विकार।★
《अर्थ》→ हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन
करता हूँ। आप तो जानते ही हैं,कि मेरा शरीर और
बुद्धि निर्बल है।मुझे शारीरिक बल,सदबुद्धि एवं
ज्ञान दीजिए और मेरे दुःखों व दोषों का नाश कार
दीजिए।★
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर,जय कपीस तिहुँ लोक
उजागर॥1॥★
《अर्थ 》→ श्री हनुमान जी!आपकी जय हो।
आपका ज्ञान और गुण अथाह है। हे कपीश्वर!
आपकी जय हो!तीनों लोकों,स्वर्ग लोक,भूलोक और
पाताल लोक में आपकी कीर्ति है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दूत अतुलित बलधामा, अंजनी पुत्र पवन सुत नामा॥
2॥★
《अर्थ》→ हे पवनसुत अंजनी नंदन!आपके समान
दूसरा बलवान नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
महावीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी॥3॥

《अर्थ》→ हे महावीर बजरंग बली!आप विशेष पराक्रम
वाले है। आप खराब बुद्धि को दूर करते है,और
अच्छी बुद्धि वालो के साथी,सहायक है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
कंचन बरन बिराज सुबेसा ,कानन कुण्डल कुंचित केसा॥
4॥★
《अर्थ》→ आप सुनहले रंग,सुन्दर
वस्त्रों,कानों में कुण्डल और घुंघराले बालों से
सुशोभित हैं।★
••••••••••••••••••••••••••••••
हाथ ब्रज और ध्वजा विराजे,काँधे मूँज जनेऊ साजै॥
5॥★
《अर्थ》→ आपके हाथ मे बज्र और ध्वजा है और
कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
शंकर सुवन केसरी नंदन,तेज प्रताप महा जग वंदन॥6॥★
《अर्थ 》→ हे शंकर के अवतार!हे केसरी नंदन आपके
पराक्रम और महान यश की संसार भर मे
वन्दना होती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
विद्यावान गुणी अति चातुर,रान काज करिबे को आतुर॥
7॥★
《अर्थ 》→ आप प्रकान्ड विद्या निधान है,गुणवान
और अत्यन्त कार्य कुशल होकर श्री राम काज करने
के लिए आतुर रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन
बसिया॥8॥★
《अर्थ 》→ आप श्री राम चरित सुनने मे आनन्द रस
लेते है।श्री राम,सीताऔर लखन आपके हृदय मे बसे
रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा,बिकट रुप धरि लंक
जरावा॥9॥★
《अर्थ》→ आपने अपना बहुत छोटा रुप धारण करके
सीता जी को दिखलाया और भयंकर रूप करके
लंका को जलाया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भीम रुप धरि असुर संहारे,रामचन्द्र के काज संवारे॥
10॥★
《अर्थ 》→ आपने विकराल रुप धारण करके
राक्षसों को मारा और श्री रामचन्द्र जी के
उदेश्यों को सफल कराया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
लाय सजीवन लखन जियाये,श्री रघुवीर हरषि उर लाये॥11॥

《अर्थ 》→ आपने संजीवनी बुटी लाकर लक्ष्मण
जी को जिलाया जिससे श्री रघुवीर ने हर्षित होकर
आपको हृदय से लगा लिया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई,तुम मम प्रिय भरत सम भाई॥
12॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र ने आपकी बहुत
प्रशंसा कीऔर कहा की तुम मेरे भरत जैसे प्यारे
भाई हो।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं,अस कहि श्री पति कंठ
लगावैं॥13॥★
《अर्थ 》→ श्री राम ने आपको यह कहकर हृदय से
लगा लिया की तुम्हारा यश हजार मुख से सराहनीय है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद,सारद सहित अहीसा॥
14॥★
《अर्थ》→
श्री सनक,श्री सनातन,श्री सनन्दन,श्री सनत्कुमार
आदि मुनि ब्रह्मा आदि देवता नारद
जी,सरस्वती जी,शेषनाग जी सब आपका गुण गान करते
है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते,कबि कोबिद कहि सके
कहाँ ते॥15॥★
《अर्थ 》→ यमराज,कुबेर आदि सब दिशाओं के
रक्षक,कवि विद्वान,पंडित या कोई भी आपके यश
का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा,राम मिलाय राजपद
दीन्हा॥16॥★
《अर्थ 》→ आपनें सुग्रीव जी को श्रीराम से
मिलाकर उपकार किया ,जिसके कारण वे राजा बने।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरो मंत्र विभीषण माना,लंकेस्वर भए सब जग
जाना॥17॥★
《अर्थ 》→ आपके उपदेश का विभिषण जी ने पालन
किया जिससे वे लंका के राजा बने,इसको सब संसार
जानता है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू,लील्यो ताहि मधुर फल
जानू॥18॥★
《अर्थ 》→ जो सूर्य इतने योजन दूरी पर है की उस पर
पहुँचने के लिए हजार युग लगे।दो हजार योजन
की दूरी पर स्थित सूर्य को आपने एक मीठा फल समझकर
निगल लिया।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि,जलधि लांघि गये अचरज
नाहीं॥19॥★
《अर्थ 》→ आपने श्री रामचन्द्र
जी की अंगूठी मुँह
मे रखकर समुद्र को लांघ
लिया,इसमें कोई आश्चर्य नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
दुर्गम काज जगत के जेते,सुगम अनुग्रह तुम्हरे
तेते॥20॥★
《अर्थ 》→ संसार मे जितने भी कठिन से कठिन काम
हो,वो आपकी कृपा से सहज हो जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दुआरे तुम रखवारे,होत न आज्ञा बिनु पैसा रे ॥
21॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप
रखवाले है,जिसमे आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश
नही मिलता अर्थात आपकी प्रसन्नता के बिना राम
कृपा दुर्लभ है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब सुख लहै तुम्हारी सरना,तुम रक्षक काहू
को डरना ॥22॥★
《अर्थ 》→ जो भी आपकी शरण मे आते है,उस
सभी को आन्नद प्राप्त होता है,और जब आप रक्षक
है,तो फिर किसी का डर नही रहता।★
••••••••••••••••••••••••••••••
आपन तेज सम्हारो आपै,तीनों लोक हाँक ते काँपै॥
23॥★
《अर्थ 》→ आपके सिवाय आपके वेग को कोई नही रोक
सकता,आपकी गर्जना से तीनों लोक काँप जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भूत पिशाच निकट नहिं आवै,महावीर जब नाम सुनावै॥24॥

《अर्थ 》→ जहाँ महावीर हनुमान जी का नाम
सुनाया जाता है,वहाँ भूत,पिशाच पास भी नही फटक
सकते।★
••••••••••••••••••••••••••••••
नासै रोग हरै सब पीरा,जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥25॥★
《अर्थ 》→ वीर हनुमान जी!आपका निरंतर जप करने से
सब रोग चले जाते है,और सब पीड़ा मिट जाती है।
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट तें हनुमान छुड़ावै,मन क्रम बचन ध्यान
जो लावै॥26॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी! विचार करने मे,कर्म करने
मे और बोलने मे,जिनका ध्यान आपमे रहता है,उनको सब
संकटो से आप छुड़ाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब पर राम तपस्वी राजा,तिनके काज सकल तुम साजा॥
27॥★
《अर्थ 》→ तपस्वी राजा श्री रामचन्द्र जी सबसे
श्रेष्ठ है,उनके सब कार्यो को आपने सहज मे कर
दिया।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और मनोरथ जो कोइ लावै,सोई अमित जीवन फल पावै॥28॥

《अर्थ 》→ जिसपर आपकी कृपा हो,वह कोई
भी अभिलाषा करे तो उसे ऐसा फल मिलता है
जिसकी जीवन मे कोई सीमा नही होती।★
••••••••••••••••••••••••••••••
चारों जुग परताप तुम्हारा,है परसिद्ध जगत उजियारा॥
29॥★
《अर्थ 》→ चारो युगों सतयुग,त्रेता,द्वापर
तथा कलियुग मे आपका यश फैला हुआ है,जगत मे
आपकी कीर्ति सर्वत्र प्रकाशमान है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
साधु सन्त के तुम रखवारे,असुर निकंदन राम दुलारे॥
30॥★
《अर्थ 》→ हे श्री राम के दुलारे ! आप
सज्जनों की रक्षा करते है और दुष्टों का नाश करते
है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ,अस बर दीन जानकी माता॥
३१॥★
《अर्थ 》→ आपको माता श्री जानकी से ऐसा वरदान
मिला हुआ है,जिससे आप
किसी को भी आठों सिद्धियां और नौ निधियां दे सकते
है।★
1.) अणिमा → जिससे साधक किसी को दिखाई
नही पड़ता और कठिन से कठिन पदार्थ मे प्रवेश कर
जाता है।★
2.) महिमा → जिसमे योगी अपने को बहुत
बड़ा बना देता है।★
3.) गरिमा → जिससे साधक अपने को चाहे
जितना भारी बना लेता है।★
4.) लघिमा → जिससे जितना चाहे उतना हल्का बन
जाता है।★
5.) प्राप्ति → जिससे इच्छित पदार्थ
की प्राप्ति होती है।★
6.) प्राकाम्य → जिससे इच्छा करने पर वह पृथ्वी मे
समा सकता है,आकाश मे उड़ सकता है।★
7.) ईशित्व → जिससे सब पर शासन का सामर्थय
हो जाता है।★
8.)वशित्व → जिससे दूसरो को वश मे किया जाता है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
राम रसायन तुम्हरे पासा,सदा रहो रघुपति के दासा॥32॥

《अर्थ 》→ आप निरंतर श्री रघुनाथ जी की शरण मे
रहते है,जिससे आपके पास बुढ़ापा और असाध्य
रोगों के नाश के लिए राम नाम औषधि है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरे भजन राम को पावै,जनम जनम के दुख बिसरावै॥
33॥★
《अर्थ 》→ आपका भजन करने सेर श्री राम
जी प्राप्त होते है,और जन्म जन्मांतर के दुःख दूर
होते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
अन्त काल रघुबर पुर जाई,जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई॥
34॥★
《अर्थ 》→ अंत समय श्री रघुनाथ जी के धाम
को जाते है और यदि फिर भी जन्म लेंगे
तो भक्ति करेंगे और श्री राम भक्त कहलायेंगे।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और देवता चित न धरई,हनुमत सेई सर्व सुख करई॥35॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी!आपकी सेवा करने से सब
प्रकार के सुख मिलते है,फिर अन्य
किसी देवता की आवश्यकता नही रहती।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट कटै मिटै सब पीरा,जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥36॥

《अर्थ 》→ हे वीर हनुमान जी! जो आपका सुमिरन
करता रहता है,उसके सब संकट कट जाते है और सब
पीड़ा मिट जाती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जय जय जय हनुमान गोसाईं,कृपा करहु गुरु देव
की नाई॥37॥★
《अर्थ 》→ हे स्वामी हनुमान जी!आपकी जय हो,जय
हो,जय हो!आप मुझपर कृपालु श्री गुरु जी के समान
कृपा कीजिए।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जो सत बार पाठ कर कोई,छुटहि बँदि महा सुख होई॥38॥★
《अर्थ 》→ जो कोई इस हनुमान चालीसा का सौ बार
पाठ करेगा वह सब बन्धनों से छुट जायेगा और उसे
परमानन्द मिलेगा।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा,होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
39॥★
《अर्थ 》→ भगवान शंकर ने यह हनुमान
चालीसा लिखवाया,इसलिए वे साक्षी है,कि जो इसे
पढ़ेगा उसे निश्चय ही सफलता प्राप्त होगी।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुलसीदास सदा हरि चेरा,कीजै नाथ हृदय मँह डेरा॥40॥

《अर्थ 》→ हे नाथ हनुमान जी! तुलसीदास
सदा ही श्री राम का दास है।इसलिए आप उसके हृदय मे
निवास कीजिए।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
पवन तनय संकट हरन,मंगल मूरति रुप।
राम लखन सीता सहित,हृदय बसहु सुरभुप॥★
《अर्थ 》→ हे संकट मोचन पवन कुमार!आप आनन्द
मंगलो के स्वरुप है।हे देवराज! आप
श्री राम,सीता जी और लक्ष्मण सहित मेरे हृदय मे
निवास कीजिए।★

जय श्रीराम । जय रामदूत  हनुमान ।।

Saturday, April 18, 2015

Jai shri krishna ,जय श्रीकृष्ण ।

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी  ।
हे नाथ नारायण वासुदेवः   ।।
जय श्री मोरमुकुट बंशोवाले नंदकेदुलारे यशोदा के प्यारे गोकुल के ग्वाले गोवर्धनधारी कृष्णमुरारी राधेय कंश और कौरवो का हनन करनेवाले कुंती के पुत्रो के हितेषी माता देवकी को परमानन्द देनेवाले नटखट कन्हैया की ।
प्रभु सभी पर कृपा करे ।
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने   ।
प्रणतः क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः ।
आकाशात पतितं तोयं यथा गच्छति सागरम् ।
सर्व देवं नमस्कारम केशवं प्रतिगच्छते ।।
परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्म संस्थापनार्थायः संभवामि युगे युगे ।।
शुप्रभात
आपका दिन आनंदमयी और मंगलमय हो ।


Had hai yaar,#Hadhaiyaar

जब हम छोटे थे तब
सोने के लिए रोने  का नाटक
किया करते थे ...
और अब हम बड़े हो गए तो
रोने के लिए सोने का नाटक
करते है ...

Friday, April 17, 2015

Thursday, April 16, 2015

Jokes,96

मरने से पहले रावण ने लक्ष्मण को बताई थी ये 3 बातें
***************

जिस समय रावण मरणासन्न अवस्था में था,
उस समय भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा कि
इस संसार से नीति,
राजनीति और
शक्ति का महान् पंडित विदा ले रहा है,
तुम उसके पास जाओ और उससे जीवन की कुछ ऐसी शिक्षा ले लो
जो और कोई नहीं दे सकता।

श्रीराम की बात मानकर लक्ष्मण मरणासन्न अवस्था में पड़े रावण के सिर के नजदीक जाकर खड़े हो गए।

रावण ने कुछ नहीं कहा।

लक्ष्मणजी वापस रामजी के पास लौटकर आए...

तब भगवान ने कहा कि यदि किसी से ज्ञान प्राप्त करना हो

तो उसके चरणों के पास खड़े होना चाहिए न कि सिर की ओर।

यह बात सुनकर लक्ष्मण जाकर इस बार रावण के पैरों की ओर खड़े हो गए।

उस समय महापंडित रावण ने लक्ष्मण को तीन बातें बताई

जो जीवन में सफलता की कुंजी है.







1. Whatsapp से दूर रहना

2. Facebook का उपयोग मत करना और

3. गाड़ी चलाते समय लड़कियों को मत देखना

������������

ध्यान से पढ़ने के लिए धन्यावाद

Saturday, April 11, 2015

Jokes 95

शहर का लडका गाव की लडकी देखने गया....
लडका: तुमको whatsapp चलाना आता है?
लडकी: नहीं, पर तुम चलाना में पीछे बैठ जाउंगी  ������

Jokes 94

.
         !! सुप्रभात !!

न्यूटन के तीसरे नियम के अनुसार हर क्रिया की बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है, इसलिए...

अगर आप भगवान् को रोज  "दीया - बत्ती" नहीं करेंगे,

तो भगवान् आपको  रोज़ "बत्ती - दिया" करेंगे ।।

       
.

Good morning friends..

.           ▪▪▪▪

"नल बंद करने से नल बंद होता है!
              "पानी नहीं!
"घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!
             "समय नहीं!
"दीपक बुझाने से दीपक बुझाता है!
             "रौशनी नहीं!
"झूठ छुपाने से झूठ छुपता है!
             "सच नहीं!
"प्रेम करने से प्रेम मिलता है!
             "नफरत नहीं!
"दान करने से अमीरी मिलती है!
              "गरीबी नहीं!

       ये चन्द पंक्तियाँ जिसने भी लिखी है
  खूब लिखी है :
➖➖➖➖➖
❤एक पथ्थर सिर्फ
❤एक बार मंदिर जाता है
❤और भगवान बन जाता है ..
❤इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है
❤फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
➖➖➖➖➖
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये
अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......और वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए
अपनी माँ को त्याग देता है
➖➖➖➖➖
जीवन में हर जगह हम "जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि "हार" चाहिए।
क्योंकि हम भगवान से "जीत"नहीं सकते।
➖➖➖➖➖
धीमें से पढ़े बहुत ही अर्थपूर्ण है
यह मेसेज हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।
➖➖➖➖➖
एक सुविचार
वक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ
पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,
पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं
वक़्त के साथ...!!!
➖➖➖➖➖
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है...
शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...
क्योंकि ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।

Good morning friends..

.           ▪▪▪▪

"नल बंद करने से नल बंद होता है!
              "पानी नहीं!
"घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!
             "समय नहीं!
"दीपक बुझाने से दीपक बुझाता है!
             "रौशनी नहीं!
"झूठ छुपाने से झूठ छुपता है!
             "सच नहीं!
"प्रेम करने से प्रेम मिलता है!
             "नफरत नहीं!
"दान करने से अमीरी मिलती है!
              "गरीबी नहीं!

       ये चन्द पंक्तियाँ जिसने भी लिखी है
  खूब लिखी है :
➖➖➖➖➖
❤एक पथ्थर सिर्फ
❤एक बार मंदिर जाता है
❤और भगवान बन जाता है ..
❤इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है
❤फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
➖➖➖➖➖
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये
अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......और वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए
अपनी माँ को त्याग देता है
➖➖➖➖➖
जीवन में हर जगह हम "जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि "हार" चाहिए।
क्योंकि हम भगवान से "जीत"नहीं सकते।
➖➖➖➖➖
धीमें से पढ़े बहुत ही अर्थपूर्ण है
यह मेसेज हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।
➖➖➖➖➖
एक सुविचार
वक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ
पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,
पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं
वक़्त के साथ...!!!
➖➖➖➖➖
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है...
शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...
क्योंकि ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।

Good night friends


➖➖➖➖➖
हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।
➖➖➖------------- ........................

Good evening friends from india


➖➖➖➖➖
��एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये
��अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......��और वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए
��अपनी माँ को त्याग देता है
➖➖➖➖➖

Jokes 93

एक महिला को मुंबई
में नौकरी मिल गई।
.
वह अकेली ही नौकरी ज्वाइन करने
पहुंची,
वहां कंपनी ने उसे रहने के लिए एक
फ्लैट
भीदेदिया।
.
महिला ने सोचा कि अपने
पति को सूचना दे दूं
ताकि उन्हें चिंता न हो, उसने पति के
लिए
मोबाइल में एसएमएस लिखा परन्तु
गलती से
गलत नंबर पर भेज दिया।
.
जिस आदमी को वह एसएमएस
मिला उसकी पत्नी गुजर गई थी और
वह
अभी-अभी अंतिम संस्कार करके
लौटा था।
.
एसएमएस पढ़ते ही वह आदमी बेहोश
हो गया और उसे अस्पताल में
भर्ती कराना पड़ा।
.
एसएमएस में लिखा था -
.
मैं सही-सलामत पहुंच गई हूं
और
यहां रहने के लिए अच्छी जगह
भी मिल
गई
है.....
.
आप बिलकुल चिंता मत करना बस
1-2
दो दिन में ही आपको भी बुला लूंगी।
.
.
आपकी पत्नी ........

����❎❎❎❎

Friday, April 10, 2015

Jokes 92. Good morning friends from india

एक लडके ने कुल्हाड़ी से एक पेड़ काट डाला.उसके पिताजी ने जब पूछा  तो उसने सब सच सच बता दिया. 
उसके पिताजी ने उसकी बहुत पिटाई की.
लड़का बोला-जोर्ज वाशिंगटन ने भी कुल्हाड़ी से पेड़ काटा था,उसने सच बोला तो उसके पिताजी ने तो कुछ नहीं कहा था.
पिताजी –उसका बाप उस पेड़ पर नहीं बैठा था.


Jokes 91


Hasana rok sake to roko!!....

Exam se pehle sardar ne ek hi nibandh yaad kiya tha ....'MY FRIEND'

Aur exam me aaya .....
'MY FATHER'

par sardar gabhraya nahi...hoshiyari dikhai aur yaad kiye hue nibandh me "Friend" shabd ki jagah  "Father" likh kar aa gaya.
Jis examiner ne uski copy check ki wo aaj tak behosh hai !!

Sardar wrote:
I AM A VERY FATHERLY PERSON.
I HAVE LOTS OF FATHERS.
SOME OF MY FATHERS ARE MALE
AND SOME ARE FEMALE.
MY MOTHER IS VERY CLOSE TO
MANY OF MY FATHERS.
My uncle is also my Father.
MY TRUE FATHER IS MY
NEIGHBOUR..
And I love all my Fathers.
b'coz
Har ek Father zaruri hota hai

Jokes 90


Husband: I found Aladin's lamp today.

Wife: wow, what did u ask for darling??

Husband: I asked him to increase your brain ten times..

Wife: oh..jaan..luv u so much.. Did he do that??

Husband: He laughed and said multiplication doesn't apply on zero.
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Jokes 89